tag:blogger.com,1999:blog-3430976607253496435.post782692326140199460..comments2023-07-06T16:56:23.049+01:00Comments on "बालसभा": माँ का दिल सागर अगमUnknownnoreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3430976607253496435.post-47816167402525000182009-10-04T14:55:12.560+01:002009-10-04T14:55:12.560+01:00मां को लेकर लिखे गये बहुत सुन्दर दोहे---मां के हर ...मां को लेकर लिखे गये बहुत सुन्दर दोहे---मां के हर रूप को समेटा गया है इसमें। आदरणीय अरुण जी को हार्दिक बधाई इस सुन्दर रचना के लिये।<br />हेमन्त कुमारडा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03899926393197441540noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3430976607253496435.post-41069051934945755412009-10-01T13:24:29.902+01:002009-10-01T13:24:29.902+01:00मां पर लिखी आप की यह कविता बहुत सुंदर लगी.
धन्यवाद...मां पर लिखी आप की यह कविता बहुत सुंदर लगी.<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3430976607253496435.post-13595103539625384532009-10-01T09:21:44.860+01:002009-10-01T09:21:44.860+01:00सुंदर कविता। मां की ममता से लेकर उसके दिव्य रूप तक...सुंदर कविता। मां की ममता से लेकर उसके दिव्य रूप तक को समेटा गया है इस कविता में।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.com