राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने फिल्मों, धारावाहिकों और विज्ञापनों में काम करने वाले बाल कलाकारों के लिए 12 वर्ष की न्यूनतम आयु तय कर दी है। साथ ही धारावाहिकों, फिल्मों एवं विज्ञापनों की शूटिंग में उनकी सुरक्षा के लिए अभिभावकों की जिम्मेदारी भी तय कर दी है। अब बच्चों के द्वारा कराई जाने वाली शूटिंग के दौरान मौके पर बाल मनोचिकित्सक की उपस्थिति जरुरी होगी। आयोग ने यह भी कहा है कि रियलिटी शो में बच्चों द्वारा जीती गई पुरस्कार राशि न तो बच्चों को न उनके अभिभावकों को दी जानी चाहिए, यह राशि फिक्स्ड डिपोजिट के रूप में बच्चों के नाम से उनके वयस्क होने तक के लिए जमा की जाना चाहिए।
शुक्रवार, 19 सितंबर 2008
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2 टिप्पणियाँ:
सराहनीय प्रयास है। इसे आगे बढ़ाया जाय। विशेष रूप से पंचतन्त्र आदि की कहानियाँ और प्रेरक प्रसंग इस ब्लाग पर बहुतायत में उपलब्ध कराये जाँय। हमारी शुभकामनायें!!
bachon ke liye ,unke vikas ke liye aise prayas sarahniya hai
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