लंदन।
क्या आप फेसबुक या माइस्पेस जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं? यदि हां, तो आपके लिए एक बुरी खबर है। इन वेबसाइटों के ज्यादा उपयोग से कैंसर और डिमेंशिया जैसे खतरनाक रोगों के साथ-साथ हृदसंबंधी बीमारियां का खतरा बढ़ सकता है। एक विज्ञान पत्रिका में यह दावा किया गया
है।
मनोचिकित्सक एरिक सिग्मैन ने 'बायलाजिस्ट' नाम के शोधपत्र में लिखा है, 'लोगों से मिलने के बजाय नेट पर घंटों बातचीत करने का सेहत पर घातक असर पड़ सकता है।' एरिक के हवाले से डेली मेल ने कहा, 'कैंसर, डिमेंशिया और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। अकेलेपन का रोग प्रतिरोधक क्षमता, हार्मोन के स्तर व धमनियों के कार्य करने पर असर पड़ता है। मानसिक क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।'
सिग्मैन ने कहा कि हालांकि ये साइटें आपसी संपर्को को बढ़ाने के उद्देश्य से बनाई गईं। लेकिन ये लोगों का एकाकीपन बढ़ा रही हैं। शोध बताते हैं कि 1987 से अब तक मिल बैठकर बातचीत करने के घंटों में काफी कमी आई है।
सिग्मैन ने कहा कि संबंधों को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार हार्मोन आक्सीटासिन लोगों के सामने होने और नहीं होने पर अलग-अलग ढंग से स्रावित होता है। उन्होंने कहा, 'नेटवर्किंग साइटों को हमारे सामाजिक जीवन में इजाफा करना चाहिए। लेकिन अध्ययन में विपरीत परिणाम देखने को मिले।' उन्होंने कहा कि शोध में नेटवर्किंग साइटों से प्रभावित 209 तरह के जीन की पहचान की गई। इनमें प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करने वाले और तनाव को नियंत्रित करने वाले जीन शामिल हैं।
2 टिप्पणियाँ:
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अच्छी जानकारी दी आपने... साधुवाद..
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